Shru Dhatu Roop in Sanskrit | भ्वादिगण तथा परस्मैपदी धातु रूप

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Shru Dhatu Roop:- नमस्कार दोस्तों, आज आपको इस लेख से Shru Dhatu Roop in Sanskrit भाषा मे आपको सिखने को मिलने वाला है। Shru Dhatu Roop के बारे मे काफी छात्र सीखना चाहते है। और इंटरनेट पर भी इसके बारे मे जानकारी खोजते रहते है। इसलिए मेने इस लेख के माध्यम से आपको श्रु धातु रूप के बारे मे बता रहे है। श्रु धातु का अर्थ है ‘सुनना, to listen’। यह भ्वादिगण तथा परस्मैपदी धातु है। सभी भ्वादिगण धातु के धातु रूप इसी प्रकार बनते है जैसे- अर्च्, गम्, भू-भव्, अस्, आदि। Shru Dhatu Roop संस्कृत में सभी पुरुष एवं वचनों में नीचे दिए गए हैं।

Shru Dhatu Roop in Sanskrit

1 . लट् लकार – वर्तमान काल

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषशृणोतिशृणुतःशृण्वन्ति
मध्यम पुरुषशृणोसिशृणुथःशृणुथ
उत्तम पुरुषशृणोमिशृणुवःशृणुमः
Shru Dhatu Roop

2. लृट् लकार – भविष्यत काल

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषश्रोष्यतिश्रोष्यत:श्रोष्यन्ति
मध्यम पुरुषश्रोष्यसिश्रोष्यथ:श्रोष्यथ
उत्तम पुरुषश्रोष्यामिश्रोष्याव:श्रोष्याम:
Shru Dhatu Roop

3. लङ् लकार – भूतकाल

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषअशृणोत्अशृणुताम्अशृण्वन्
मध्यम पुरुषअशृणोःअशृणुतम्अशृणुत
उत्तम पुरुषअशृणवम्अशृणुवअशृणुम
Shru Dhatu Roop

4. लोट् लकार – आज्ञा के अर्थ में

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषशृणोतुशृणुताम्शृण्वन्तु
मध्यम पुरुषशृणुशृणुतम्शृणुत
उत्तम पुरुषशृणवानिशृणवावशृणवाम

5. विधिलिङ् लकार – चाहिए के अर्थ में

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषशृणुयात्शृणुयाताम्शृणुयुः
मध्यम पुरुषशृणुयाःशृणुयातम्शृणुयात
उत्तम पुरुषशृणुयाम्शृणुयावशृणुयाम

6. लुङ् लकार – सामान्य भूतकाल

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषअश्रौषीत्अश्रौष्टाम्अश्रौषुः
मध्यम पुरुषअश्रौषीःअश्रौष्टम्अश्रौष्ट
उत्तम पुरुषअश्रौषम्अश्रौष्वअश्रौष्म

7. लिट् लकार – परोक्ष भूतकाल

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषशुश्रावशुश्रुवतुःशुश्रुवुः
मध्यम पुरुषशुश्रोथशुश्रुवथुःशुश्रुव
उत्तम पुरुषशुश्रवशुश्रुवशुश्रुम
Shru Dhatu Roop

8. लुट् लकार – अनद्यतन भविष्य काल

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषश्रोताश्रोतारौश्रोतार:
मध्यम पुरुषश्रोतासिश्रोतास्थ:श्रोतास्थ
उत्तम पुरुषश्रोतास्मिश्रोतास्व:श्रोतास्म:
Shru Dhatu Roop

9. आशिर्लिङ् लकार – आशीर्वाद हेतु

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषश्रूयात्श्रूयास्ताम्श्रूयासुः
मध्यम पुरुषश्रूयाःश्रूयास्तम्श्रूयास्त
उत्तम पुरुषश्रूयासम्श्रूयास्वश्रूयास्म

10. लृङ् लकार – हेतुहेतुमद् भविष्य काल

पुरुषएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथम पुरुषअश्रोष्यत्अश्रोष्यताम्अश्रोष्यन्
मध्यम पुरुषअश्रोष्यःअश्रोष्यतम्अश्रोष्यत
उत्तम पुरुषअश्रोष्यम्अश्रोष्यावअश्रोष्याम

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