राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) की परीक्षा राज्य की प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। हर साल हजारों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं। जो उम्मीदवार 2025 में इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को समझना बेहद जरूरी है। इस लेख में हम आरपीएससी आरएएस प्री सिलेबस 2025 और परीक्षा पैटर्न की पूरी जानकारी देंगे, जिसे आप पीडीएफ में भी डाउनलोड कर सकते हैं।
दोस्तों जैसा की हम जानते है की RPSC RAS एक बहुत ही प्रतिस्तिथ Sarkari Nokari है जिसकी तैयारी के लिए RPSC RAS Pre Syllabus And Exam Pattern को जाना बहुत ही आवशयक है पाठ्यक्रम एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करता है, जो उम्मीदवारों को उन विषयों पर समय बर्बाद करने से रोकता है जो परीक्षा का हिस्सा नहीं हैं। यह सुनिश्चित करता है कि वे उन विशिष्ट विषयों और क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करें जो RPSC RAS प्रारंभिक परीक्षा के लिए आवश्यक हैं।
RPSC RAS Prelims Exam Pattern 2025
किसी भी एग्जाम को देने से पहले हमें उस एग्जाम के सिलेबस के बारे में विस्तार से जान लेना चाहिए ताकि हमें एग्जाम की तैयारी करते समय मदद मिले और हम आसानी से उस एग्जाम को बिना ज्यादा मेहनत किए एक स्मार्ट तरीके से परीक्षा को पास कर पाए
Name of Exam | Rajasthan State and Subordinate Services Combined Competitive (Preliminary) Examination/ RAS Pre Exam |
Number of Papers | 1 |
RAS Exam Subjects | सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान |
Language of RPSC RAS Exam | English Hindi |
समय | 3 घंटे |
प्रश्नों की संख्या | 150 |
Nature of Questions | All questions will be objective type (MCQs) |
Standard of Paper | Bachelor’s Degree Level |
Maximum Marks | 200 |
Negative Marking | हां (गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काटे जाएंगे) |
चयन प्रक्रिया | प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू राउंड |
RPSC RAS Pre Exam Pattern 2025
RPSC RAS प्रारंभिक परीक्षा एक वस्तुनिष्ठ प्रकार का पेपर है जो 3 घंटे की अवधि के लिए 200 अंकों के लिए आयोजित किया जाता है। मेन्स परीक्षा में बैठने के योग्य होने के लिए उम्मीदवारों को प्रीलिम्स परीक्षा पास करनी होगी।
Paper | Subject | No. of questions | Max Marks | Time |
1st | General Knowledge and General Science | 150 | 200 | 3 Hours |
- Ras pre exam में केवल 2 विषय से प्रश्न पूछे जाते है, सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान।
- Ras pre exam में objective type के प्रश्न पूछे जाते है।
- Ras pre exam पूरे 200 नंबर का होता है।
- Ras pre exam में पूरे 150 प्रश्न आते है।
- Ras pre परीक्षा में ⅓ नंबर प्रत्येक गलत उत्तर के लिए काट लिया जाता है।
- परीक्षा का उद्देश्य केवल स्क्रीनिंग परीक्षण करना है ।
- प्रश्नपत्र का स्तरमान स्नातक डिग्री स्तर का होगा ।
RPSC RAS Pre Syllabus
प्रशासनिक सेवाओं में रुचि रखने वाले उम्मीदवारों को नवीनतम और उन्नत RPSC RAS Syllabus और परीक्षा पैटर्न के साथ अपनी तैयारी शुरू करनी चाहिए। आरएएस सिलेबस की उचित समझ उम्मीदवारों को उनकी तैयारी के लिए एक प्रभावी रणनीति की योजना बनाने में मदद करेगी।
Section A: राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परंपरा और विरासत
- राजस्थान के पूर्व-ऐतिहासिक स्थल- पुरापाषाण काल से लेकर ताम्रपाषाण और कांस्य युग तक।
- ऐतिहासिक राजस्थान: प्रारंभिक ईसाई युग के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक केंद्र। प्राचीन राजस्थान में समाज, धर्म और संस्कृति।
- प्रमुख राजवंशों के प्रमुख शासकों – गुहिला, प्रतिहार, चौहान, परमार, राठौर, सिसोदिया और कच्छवा की राजनीतिक और सांस्कृतिक उपलब्धियाँ। मध्यकालीन राजस्थान में प्रशासनिक और राजस्व प्रणाली।
- आधुनिक राजस्थान का उदयः 19वीं-20वीं शताब्दी के दौरान राजस्थान में सामाजिक जागृति के एजेंट। राजनीतिक जागृति: समाचार पत्रों और राजनीतिक संस्थानों की भूमिका। 20वीं सदी में आदिवासी और किसान आंदोलन, 20वीं सदी के दौरान विभिन्न रियासतों में प्रजा मंडल आंदोलन। राजस्थान का एकीकरण।
- राजस्थान की स्थापत्य परंपरा- मंदिर, किले, महल और मानव निर्मित जल निकाय; पेंटिंग और हस्तशिल्प के विभिन्न स्कूल।
- प्रदर्शन कला: शास्त्रीय संगीत और शास्त्रीय नृत्य; लोक संगीत और वाद्ययंत्र; लोक नृत्य और नाटक।
- भाषा और साहित्य: राजस्थानी भाषा की बोलियाँ। राजस्थानी भाषा और लोक साहित्य का साहित्य।
- धार्मिक जीवन: राजस्थान में धार्मिक समुदाय, संत और संप्रदाय। राजस्थान के लोक देवता।
- राजस्थान में सामाजिक जीवन: मेले और त्यौहार; सामाजिक रीति-रिवाज और परंपराएं; पोशाक और आभूषण।
- राजस्थान की प्रमुख हस्तियां।
Section B: भारतीय इतिहास
प्राचीन और मध्यकालीन काल:
- भारत की सांस्कृतिक नींव – सिंधु और वैदिक युग छठी शताब्दी ईसा पूर्व के त्यागी परंपरा और नए धार्मिक विचार- आजीवक, बौद्ध और जैन धर्म।
- प्रमुख राजवंशों के प्रमुख शासकों की उपलब्धियां: मौर्य, कुषाण, सातवाहन, गुप्त, चालुक्य, पल्लव और चोल।
- प्राचीन भारत में कला और वास्तुकला।
- प्राचीन भारत में भाषा और साहित्य का विकास: संस्कृत, प्राकृत और तमिल।
- सल्तनत काल: प्रमुख सल्तनत शासकों की उपलब्धियां। विजयनगर की सांस्कृतिक उपलब्धियां।
- मुगल काल: राजनीतिक चुनौतियां और सुलह- अफगान, राजपूत, दक्कन राज्य और मराठा।
- मध्ययुगीन काल के दौरान कला और वास्तुकला, पेंटिंग और संगीत का विकास।
- भक्ति और सूफी आंदोलन का धार्मिक और साहित्यिक योगदान।
आधुनिक काल (19वीं शताब्दी के प्रारंभ से 1964 तक):
- आधुनिक भारत का विकास और राष्ट्रवाद का उदय बौद्धिक जागृति; प्रेस; पश्चिमी शिक्षा। 19वीं शताब्दी के दौरान सामाजिक-धार्मिक सुधार: विभिन्न नेता और संस्थान।
- स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन- इसके विभिन्न चरण, धाराएं और महत्वपूर्ण योगदानकर्ता, देश के विभिन्न हिस्सों से योगदान।
- स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र निर्माण: राज्यों का भाषाई पुनर्गठन, नेहरूवादी युग के दौरान संस्थागत निर्माण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी का विकास।
Section C: विश्व और भारत का भूगोल
विश्व का भूगोल:
- प्रमुख भू-आकृतियाँ-पहाड़, पठार, मैदान और रेगिस्तान
- प्रमुख नदियाँ और झीलें
- कृषि के प्रकार
- प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र
- पर्यावरणीय मुद्दे- मरुस्थलीकरण, वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग, ओजोन परत का क्षरण
भारत का भूगोल:
- प्रमुख भू-आकृतियाँ- पर्वत, पठार, मैदान
- मानसून और वर्षा वितरण का तंत्र
- प्रमुख नदियाँ और झीलें
- प्रमुख फसलें- गेहूं, चावल, कपास, गन्ना, चाय और कॉफी
- प्रमुख खनिज- लौह अयस्क, मैंगनीज, बॉक्साइट, अभ्रक
- विद्युत संसाधन- पारंपरिक और गैर-पारंपरिक
- प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र।
- राष्ट्रीय राजमार्ग और प्रमुख परिवहन गलियारे
Section D: राजस्थान का भूगोल
- प्रमुख भौगोलिक क्षेत्र और उनकी विशेषताएं।
- जलवायु विशेषताएं
- प्रमुख नदियाँ और झीलें
- प्राकृतिक वनस्पति और मिट्टी
- प्रमुख फसलें- गेहूं, मक्का, जौ, कपास, गन्ना और बाजरा
- प्रमुख उद्योगों।
- प्रमुख सिंचाई परियोजनाएं और जल संरक्षण तकनीक
- जनसंख्या-विकास, घनत्व, साक्षरता, लिंग-अनुपात और प्रमुख जनजातियाँ
- खनिज- धात्विक और अधातु
- विद्युत संसाधन- पारंपरिक और गैर-पारंपरिक
- जैव विविधता और उसका संरक्षण
- पर्यटक केंद्र और सर्किट
Section E: भारतीय संविधान, राजनीतिक व्यवस्था और शासन
भारतीय संविधान: दार्शनिक अभिधारणाएँ:
- संविधान सभा, भारतीय संविधान की मुख्य विशेषताएं, संवैधानिक संशोधन।
- प्रस्तावना, मौलिक अधिकार, राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत, मौलिक कर्तव्य।
भारतीय राजनीतिक व्यवस्था:
- राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और मंत्रिपरिषद, संसद, सर्वोच्च न्यायालय और न्यायिक समीक्षा।
- भारत निर्वाचन आयोग, नियंत्रक और महालेखा परीक्षक, नीति आयोग, केंद्रीय सतर्कता आयोग, लोकपाल, केंद्रीय सूचना आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग।
- संघवाद, भारत में लोकतांत्रिक राजनीति, गठबंधन सरकारें, राष्ट्रीय एकता।
Section F: राजस्थान की राजनीतिक और प्रशासनिक व्यवस्था
राज्य की राजनीतिक व्यवस्था:
- राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद, विधान सभा, उच्च न्यायालय।
प्रशासनिक प्रणाली:
- जिला प्रशासन, स्थानीय स्वशासन, पंचायती राज संस्थाएं
संस्थान:
- राजस्थान लोक सेवा आयोग, जिला प्रशासन, राज्य मानवाधिकार आयोग, लोकायुक्त, राज्य चुनाव आयोग, राज्य सूचना आयोग।
सार्वजनिक नीति और अधिकार:
- सार्वजनिक नीति, कानूनी अधिकार और नागरिक चार्टर।
Section G: आर्थिक अवधारणाएं और भारतीय अर्थव्यवस्था
अर्थशास्त्र की मूल अवधारणाएं
- बजट, बैंकिंग, सार्वजनिक वित्त, माल और सेवा कर , राष्ट्रीय आय, विकास और विकास का बुनियादी ज्ञान
- लेखांकन- प्रशासन में अवधारणा, उपकरण और उपयोग
- स्टॉक एक्सचेंज और शेयर बाजार
- राजकोषीय और मौद्रिक नीतियां
- सब्सिडी, सार्वजनिक वितरण प्रणाली
- ई-कॉमर्स
- मुद्रास्फीति- अवधारणा, प्रभाव और नियंत्रण तंत्र
आर्थिक विकास और योजना
- अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र: – कृषि, उद्योग, सेवा और व्यापार क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति, मुद्दे और पहल
- प्रमुख आर्थिक समस्याएं और सरकारी पहल।
- आर्थिक सुधार और उदारीकरण।
मानव संसाधन और आर्थिक विकास
- मानव विकास सूची
- खुशी सूचकांक
- गरीबी और बेरोजगारी:- संकल्पना, प्रकार, कारण, उपचार और वर्तमान प्रमुख योजनाएं।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता
- कमजोर वर्गों के लिए प्रावधान।
Section H: राजस्थान की अर्थव्यवस्था
- अर्थव्यवस्था का मैक्रो अवलोकन।
- प्रमुख कृषि, औद्योगिक और सेवा क्षेत्र के मुद्दे।
- विकास, विकास और योजना।
- बुनियादी ढांचा और संसाधन।
- प्रमुख विकास परियोजनाएं।
- कार्यक्रम और योजनाएं- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/पिछड़े वर्ग/अल्पसंख्यकों/विकलांग व्यक्तियों, निराश्रितों, महिलाओं, बच्चों, वृद्ध लोगों, किसानों और मजदूरों के लिए सरकारी कल्याण योजनाएं।
Section I: RAS Pre Syllabus (विज्ञान और प्रौद्योगिकी)
- रोजमर्रा के विज्ञान की मूल बातें।
- कंप्यूटर, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी।
- अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और उपग्रह।
- रक्षा प्रौद्योगिकी।
- नैनो तकनीक।
- जैव प्रौद्योगिकी और आनुवंशिक इंजीनियरिंग।
- भोजन और पोषण, रक्त समूह और आरएच कारक
- स्वास्थ्य देखभाल, संक्रामक, गैर-संक्रामक और जूनोटिक रोग
- पर्यावरण और पारिस्थितिक परिवर्तन और इसके प्रभाव।
- जैव विविधता, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और सतत विकास
- राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि, बागवानी, वानिकी और पशुपालन।
- राजस्थान में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का विकास
Section J: RPSC RAS Pre Syllabus (रीजनिंग और मेंटल एबिलिटी)
लॉजिकल रीजनिंग (डिडक्टिव, इंडक्टिव, एबडक्टिव):
- कथन और धारणाएँ,
- कथन और तर्क,
- कथन और निष्कर्ष,
- बयान और कार्रवाई के पाठ्यक्रम।
- विश्लेषणात्मक तर्क।
मानसिक क्षमता :
- संख्या/अक्षर क्रम
- कोडिंग/डिकोडिंग
- संबंधों से संबंधित समस्याएं
- डायरेक्शन सेंस टेस्ट
- तार्किक वेन आरेख
- दर्पण / जल चित्र
- आकृतियाँ और उनके उपखंड।
मूल संख्या:
- अनुपात, अनुपात और साझेदारी
- प्रतिशत
- साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज
- समतल आकृतियों का परिमाप और क्षेत्रफल
- डेटा विश्लेषण (टेबल्स, बार आरेख, रेखा ग्राफ, पाई-चार्ट)
- माध्य (अंकगणित, ज्यामितीय और हार्मोनिक), माध्यिका और विधा
- क्रमपरिवर्तन और संयोजन
- प्रायिकता (सरल समस्याएं)
Section K: RPSC RAS Pre Syllabus (करेंट अफेयर्स)
- राज्य की प्रमुख समसामयिक घटनाएं और मुद्दे (राजस्थान), राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व
- हाल के समाचारों में व्यक्ति, स्थान और संस्थान
- खेल और खेल संबंधी गतिविधियां
RPSC RAS Pre Syllabus 2025 in PDF Download
यहां RAS Prelims Syllabus 2025 PDF के लिए आप नीचे दिए गए सीधे Link से RPSC RAS Pre Syllabus PDF को अंग्रेजी और हिंदी दोनों में डाउनलोड कर सकते हैं।
Download RAS Pre Syllabus RAS in Hindi PDF | Download |
Download RAS Pre Syllabus in English PDF | Download |
Download Main Syllabus RAS in Hindi PDF | Download |
Download Main Syllabus RAS in English PDF | Download |
RAS Pre Syllabus और Exam Pattern जानना क्यों महत्वपूर्ण है
आरपीएससी आरएएस (राजस्थान प्रशासनिक सेवा) प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न जानना कई कारणों से महत्वपूर्ण है:
- व्यापक तैयारी: पाठ्यक्रम को समझने से उम्मीदवारों को एक अच्छी तरह से संरचित अध्ययन योजना बनाने में मदद मिलती है। यह उन्हें उन विषयों और विषयों की पहचान करने की अनुमति देता है जिन्हें उन्हें कवर करने की आवश्यकता है, जिससे एक व्यापक तैयारी रणनीति सुनिश्चित होती है।
- विषय प्राथमिकता: पाठ्यक्रम उम्मीदवारों को परीक्षा में उनके वेटेज और महत्व के आधार पर विषयों को प्राथमिकता देने में मदद करता है। यह उन्हें तदनुसार समय और संसाधन आवंटित करने की अनुमति देता है, उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है जिनमें अधिक अंक होते हैं या परीक्षा में पूछे जाने की अधिक संभावना होती है।
- लक्षित अध्ययन सामग्री: Syllabus के ज्ञान के साथ, उम्मीदवार उपयुक्त अध्ययन सामग्री, पुस्तकों और संसाधनों का चयन कर सकते हैं जो निर्धारित विषयों को कवर करते हैं। यह समय और प्रयास बचाता है और उन्हें अप्रासंगिक या अनावश्यक सामग्री का अध्ययन करने से रोकता है।
- अनावश्यक विषयों से बचना: Syllabus एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करता है, जो उम्मीदवारों को उन विषयों पर समय बर्बाद करने से रोकता है जो परीक्षा का हिस्सा नहीं हैं। यह सुनिश्चित करता है कि वे उन विशिष्ट विषयों और क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करें जो आरपीएससी आरएएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए आवश्यक हैं।
- रणनीतिक योजना: परीक्षा पैटर्न को समझकर, उम्मीदवार समय प्रबंधन, प्रश्न-समाधान तकनीक और परीक्षा दृष्टिकोण के लिए प्रभावी रणनीति विकसित कर सकते हैं। वे परीक्षा के प्रारूप, अंकन योजना और अवधि से परिचित हो सकते हैं, जिससे वे अधिक आत्मविश्वास से पेपर का प्रयास कर सकेंगे।
- अभ्यास और मॉक टेस्ट: Exam Pattern का ज्ञान उम्मीदवारों को अभ्यास और मॉक टेस्ट के माध्यम से वास्तविक परीक्षा माहौल का अनुकरण करने की अनुमति देता है। वे अपने अभ्यास सत्र को परीक्षा पैटर्न के साथ जोड़ सकते हैं, जिससे उनकी गति, सटीकता और समग्र प्रदर्शन में सुधार होगा।
- आश्चर्य को कम करना: RAS Pre Exam Pattern And Syllabus से अवगत होने से परीक्षा के दौरान आश्चर्य की संभावना कम हो जाती है। उम्मीदवार निर्दिष्ट विषयों से प्रश्नों की अपेक्षा कर सकते हैं, जिससे वे पेपर से निपटने के लिए अधिक तैयार और आश्वस्त हो जाएंगे।
कुल मिलाकर, आरपीएससी आरएएस प्रारंभिक परीक्षा के पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न को जानना कुशल तैयारी, केंद्रित अध्ययन और सफलता की संभावनाओं को अधिकतम करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह एक स्पष्ट रोडमैप प्रदान करता है और सुनिश्चित करता है कि उम्मीदवार अपने समय और संसाधनों का इष्टतम उपयोग करें, जिससे परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने की संभावना बढ़ जाए।
RPSC RAS Pre परीक्षा मे कितने प्रश्न पूछे जाते हैं
RPSC RAS Pre परीक्षा मे 150 प्रश पूछे जाते है।
RPSC RAS 2025 के लिए चयन प्रक्रिया क्या है?
आरपीएससी आरएएस 2025 के लिए चयन प्रक्रिया इस प्रकार है: प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू राउंड।
RPSC RAS Pre परीक्षा पेपर कितने नंबर का होता हैं?
RPSC RAS Pre परीक्षा पेपर 200 नंबर का होता हैं।
RPSC RAS Pre परीक्षा पेपर कितने समय का होता हैं?
RPSC RAS Pre परीक्षा पेपर 3 घंटे मे देना होता हैं।Post navigation