महंगाई के जामने में कार, घर, बाइक,खरीदना मुश्किल हो गया है लकिन इन सब की जरूरतों को पूर्ण करने के लिए भी तो कोई ना कोई उपाय तो चाहिए आज के इस लेख में हम बात करेंगे EMI की जो Loan लेने के बाद उसको निर्धारित समय तक किस्तों में पूरा किया जाता है। और इन किस्तों के साथ ही EMI के द्वारा ब्याज़ की राशि के साथ मूल राशि की क़िस्त भी दी जाती है। EMI क्या है? EMI का फुल फॉर्म क्या है? EMI के क्या फायदे हैं? EMI के नुकसान क्या हैं? EMI कैसे करें? ईएमआई का भुगतान कैसे करें?
EMI Full Form क्या है?
EMI का फुल फॉर्म है Equated Monthly Instalment। हिंदी में इसे “समान मासिक किस्त” कहा जाता है। यह वह राशि है जो कोई व्यक्ति किसी लोन (उधार) की अदायगी के लिए मासिक किस्तों में बैंक या वित्तीय संस्थान को चुकाता है। EMI में दो मुख्य घटक होते हैं:
- मुख्य राशि (Principal Amount): वह राशि जो आपने उधार ली है।
- ब्याज (Interest): वह अतिरिक्त राशि जो बैंक या वित्तीय संस्था आपके लोन पर चार्ज करती है।
What is EMI in Hindi:
एक समान मासिक किस्त (EMI) एक निर्धारित मासिक भुगतान है जो एक उधारकर्ता द्वारा एक लेनदार को प्रत्येक महीने एक निर्धारित दिन पर प्रदान किया जाता है। EMI हर महीने ब्याज और मूलधन दोनों पर लागू होती है, और कुछ वर्षों में ऋण का पूरा भुगतान किया जाता है।
EMI ऋण बंधक का एक रूप है जिसके लिए आपको एक निर्धारित अवधि, आमतौर पर एक वर्ष के लिए नियमित भुगतान करने की आवश्यकता होती है। इस प्रकार के ऋण के साथ, आप एक निश्चित मासिक दर का भुगतान करते हैं, जो आपकी आय पर आधारित होती है। ऋण की राशि भिन्न हो सकती है,
(बंधक:- जिसमे आपको हर महीने EMI के पैसा जमा करवाना पड़ेगा चाहे आपके पास पैसा हो या नहीं हो नहीं तो आपको कानूनी कार्यवाही का सामना कर पढ़ सकता है।)
समान मासिक किस्त (EMI) एक बिलिंग विधि है जो एक सूत्र का उपयोग करके सेवा अनुबंध के लिए मासिक भुगतान को ट्रैक करती है। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास 12-महीने का सेवा अनुबंध है, तो आपका मासिक भुगतान इस बात पर आधारित होगा कि आपके अनुबंध के समाप्त होने में कितने महीने शेष हैं।
जब आप अपनी फ़ोन कंपनी, सेल फ़ोन योजना, या केबल कंपनी के साथ सेवा अनुबंध के लिए साइन अप करते हैं, तो आप अनिवार्य रूप से एक निश्चित अवधि के लिए उनकी सेवा खरीदने के लिए सहमत होते हैं और फिर उन्हें समय के साथ वापस भुगतान करते हैं। EMI (समान मासिक किस्त) शब्द “ मासिक किस्त के बराबर” के लिए छोटा है।
EMI कैसे काम करता है?
EMI का निर्धारण लोन की राशि, ब्याज दर (Interest Rate), और लोन की अवधि (Loan Tenure) के आधार पर होता है। इसे एक निश्चित फॉर्मूले से कैल्कुलेट किया जाता है:
EMI = [P × R × (1+R)^N] / [(1+R)^N – 1]
जहां:
- P = लोन की मुख्य राशि (Principal)
- R = मासिक ब्याज दर (Annual Interest Rate / 12 / 100)
- N = लोन अवधि के महीनों की संख्या
EMI कैसे कैलकुलेट करने का ऑनलाइन तरीका:
- EMI को कैलकुलेट करने के लिए गूगल पर सर्च करने के बाद आपको ऑनलाइन बहुत सारे कैलकुलेटर मिल जाएंगे। जैसे https://emicalculator.net
- इसके बाद आप लोन को सेलेक्ट करे की आपका लोन का प्रकार कोनसा है जैसे: होम लोन, पर्सनल लोन तथा कार लोन आदि।
- लोन की राशि दर्ज करे।
- ब्याज दर की दर जमा करे।
- कितने समय तक आप EMI देना चाहते है यह एंटर करना होगा।
- इसके बाद आपको इंटरनेट पर EMI का रिजल्ट शो हो जाएगा।
Advantages and Disadvantages of EMI
किसी भी वस्तु का कोई न कोई फायदे के साथ – साथ नुकसान भी होते है EMI के फायदे भी है। इसके बारे में हम विस्तार से जानेगे।
EMI लोन के फायदे:
- EMI ऋण के साथ, आपको कोई समापन लागत या शुल्क नहीं देना होगा
- आपको अपने ऋण को जल्दी चुकाने के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी।
- आपका मासिक भुगतान आपकी अपेक्षित आय पर आधारित होगा, इसलिए यदि आप कम भुगतान करते हैं तो आपका कुल मासिक ऋण कम होगा।
- ईएमआई ऋण छोटे मासिक भुगतानों की भी अनुमति देते हैं जो अधिकांश लोगों के लिए किफायती होते हैं। कोई डाउन पेमेंट या क्रेडिट चेक की आवश्यकता नहीं है – ऋणदाता आपके ऋण की राशि पर अंतिम निर्णय करेगा। ईएमआई ऋण के लिए कोई क्रेडिट चेक या डाउन पेमेंट आवश्यक नहीं है।
- एक ईएमआई ऋण में पारंपरिक बंधक की तुलना में अधिक डीएसआर होता है, और अर्हता प्राप्त करने के लिए आपके घर में एक निश्चित मात्रा में इक्विटी होनी चाहिए।
EMI लोन के नुकसान:
- लंबी क्लोजिंग प्रक्रिया – कुछ नियम और कानून हैं
- पारंपरिक बंधक के साथ पुनर्वित्त करने से पहले आपको एक वर्ष से अधिक समय तक इंतजार करना होगा। ब्याज दर अधिक होने पर कोई सुरक्षा नहीं
- यदि ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो आप अपने ईएमआई ऋण को उच्च दर पर पुनर्वित्त करने में सक्षम नहीं होंगे। यह ईएमआई ऋण का एक बड़ा नकारात्मक पहलू है।
- लम्बी प्रकिया होने के कारण उबाऊ है।
- यह एक प्रकार से बंधक बनने जैसा है जिसमें अगर किसी वजह से आपकी तन्खवा नहीं मिलती या आपकी नौकरी चली गयी है तो भी आपको ईएमआई भरना पड़ेगा।
EMI से बनने वाली अन्य फुल फॉर्म्स:
EMI की शार्ट फॉर्म से बनने वाली बहुत सारी फूल फॉर्म्स होती है जिनको आप नीचे दी गयी सारणी के द्व्रारा समझ सकते है।
Category | Full Form |
Banking | Equated Monthly Installment |
Finance | Equal Monthly Installments |
Computer and Networking | Electromagnetic Interference |
Accounts and Finance | Electronic Money Institution |
Accounts and Finance | Equal Monthly Installment |
Business Management | Emergency Management Issues |
Business Management | Emergency Management Institute’s |
Computer and Networking | Exchange Message Interface (Bellcore standard for data transmission between RBOC/LEC |
Computer Hardware | Energy Management Interface |
Stock Exchange | European Monetary Institute |
Military and Defence | Electromagnetic Interface |
Computer Hardware | External Memory Interface |
Business Management | Energy Management Institute |
Telecommunication | Electro-magnetic Interference |
Airport Code | Emirau |
Military and Defence | Extra Military Instruction |
Accounts and Finance | Equated Monthly Instalment |